चौरई (संवाददाता)।
मध्यप्रदेश की किसान हितैषी सरकार पर एक बार फिर किसानों की उपेक्षा के आरोप लगे हैं। मंगलवार को चौरई में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व पूर्व सांसद नकुलनाथ के निर्देश पर चौरई विधायक चौधरी सुजीतसिंह के नेतृत्व में एक विशाल किसान आंदोलन किया गया। आंदोलन के अंतर्गत किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर एस.डी.एम. कार्यालय का घेराव किया और राज्यपाल व कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।

विधायक चौधरी सुजीतसिंह ने किसानों के साथ स्वयं ट्रैक्टर चलाते हुए विरोध दर्ज कराया। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में खड़ी फसलों के जलने पर किसानों को जो मुआवज़ा मिलता है, उससे अधिक जुर्माने की राशि नरवाई जलाने पर वसूली जा रही है। यह सरकार की दोहरी नीति को दर्शाता है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि समर्थन मूल्य पर मूँग की खरीदी न होने से किसान व्यापारीयों को बेहद कम दाम पर अपनी उपज बेचने को मजबूर हैं। इसके अतिरिक्त यूरिया, डी.ए.पी., महंगे बीज, बढ़े बिजली बिल, चौरई मंडी में कुछ व्यापारीयों द्वारा किसानों के भुगतान न करने की शिकायतें, मंडी में व्याप्त अव्यवस्थाएं, तथा जमुनिया व पेंच इरिगेशन के अधूरे कार्य जैसे मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया गया।

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तीरथ सिंह ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक तिवारी, गोविंद बजोलिया, बिन्दुमती रघुवंशी, प्रेमेंद्र साहू, धीरज खंडेलवाल, रामू वर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वक्ताओं ने मंच से किसानों की समस्याओं पर खुलकर बात की और सरकार से शीघ्र समाधान की मांग की।