बरसात ने एनएच347 के छिंदवाडा से सिवनी मार्ग के जख्मों को हरा कर दिया है। सड़कों में बने गहरे-गहरे गड्ढे वाहन चालकों का सिरदर्द तो बने ही हैं साथ ही वाहनों को भी क्षति पहुंचा रहे हैं।
छिंदवाड़ा सिवनी मार्ग पर हुए 3 से 4 फिट के गड्ढों ने महीने भर में दर्जनों लोगों को बनाया मौत का शिकार, बता दे इसके बाद भी प्रशासन की नीद नही टूटी छिंदवाडा से लेकर सिवनी मार्ग तक अधिकारियों का आवागमन लगातार बना रहता हे इसके बाद भी इस ओर किसी की नजर नहीं हे।

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से सिवनी तक बनी 70 कि.मी.की सड़क भ्रष्टाचार की चढी भेंट।
छिंदवाड़ा से सिवनी तक महज 70 कि.मी. पर बने करोड़ों के सड़क निर्माण में इतना खराब काम हुआ है कि 4 माह पहले ही बनी सड़क के परखच्चे उड़ गए हैं। सिवनी व चौरई के बीच बने फुलारा टोल महीने भर में करोड़ों की बशूली कर रहा हे, मगर मेंटेनेंस के नाम पर रोड़ पर सिर्फ गड्डे हि मिलेंगे। कुछ माह पहले ही छिन्दवाड़ा से सिवनी तक सड़क निर्माण किया गया था मगर तीन महीनों में ही सड़क के बदहाल हो गये है।

सड़क निर्माण में भारी अनियमितता
छिंदवाड़ा से सिवनी तक बनी करीब 70 किमी लम्बी सड़क जर्जर होती नजर आ रही है, सड़क की हालत यह है कि जगह जगह डामर उखड़ रहे हैं और मिट्टी गड्ढे हो गये हैं, डामर के परतें उखड़ रही है, सड़क मार्ग में अब लोगों का चलना मुश्किल हो रहा है, आम लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक “ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में भारी अनियमितता बरती गई, जिसका नतीजा यह हुआ कि वाहनों के चलने से सड़क का डामर उखड़ रहा है।

सडक निर्माण के कारनामों को देख जिला प्रशासन मोन
मोके स्थल पर मिली जानकारी के मुताबिक सड़क में मिट्टी एवं गिट्टी को ठीक से दबाया नहीं गया था, उसके ऊपर ही डामरीकरण कर दिया गया, जिसका नतीजा यह हुआ की 4 महीने पहले बने सड़क के डामर तो उखड़ने के साथ ही गड्ढे हो गए है, गुणवत्ताहीन काम करने से अब यह सड़क चलने योग्य नहीं है।